
अम्बिकापुर शहर के अलग-अलग स्थलों पर कल जिस तरह से चाकूबाजी एवं अन्य आपराधिक घटनायें घटी वह साफ इशारा करती है कि दशहरा जैसे खास मौके पर शहर की सुरक्षा व्यवस्था कैसी थी। हमेशा से हम देखते रहे हैं कि दशहरा पर शहर के प्रमुख चौक-चौराहों सहित ऐसे स्थल जहां भीड़ की संभावना होती है वहां सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम होते हैं। किंतु चोपड़ापारा कालीमंदिर के पास दिनदहाड़े मर्डर और फिर महामाया मन्दिर के समीप चाकूबाजी की घटना ने जिले की लॉ एंड ऑर्डर की स्थिति को बयां कर दिया है।ऐसी घटनायें स्वस्थ्य समाज के लिये सही नहीं है, राज्य सरकार को कानून व्यवस्था बनाये रखने चाक-चौबंद व्यवस्था करनी चाहिये। केवल दशहरा ही नहीं किसी भी दिन आपराधिक घटनाएं न हो इसकी जिम्मेदारी व जवाबदेही तय होनी चाहिये।
टी एस बाबा कांग्रेस नेता पूर्व मंत्री
